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शिक्षा में कमीशनखोरी बंद कराने, लोगों को जगाने के लिए बैठे दीप
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Mar 22025
शिक्षा में कमीशनखोरी बंद कराने, लोगों को जगाने के लिए बैठे दीप शिक्षा में शोषण का अंत करने का समय आ गया है: हल्द्वानी में शांति मार्च, अभिभावकों, शिक्षकों और छात्रों ने उठाई आवाज हल्द्वानी, शिक्षा के व्यावसायिकरण और अभिभावकों पर बढ़ते वित्तीय बोझ के खिलाफ शनिवार और रविवार को हल्द्वानी के बुद्ध पार्क, टिकोनिया में एक शांति मार्च का आयोजन। इस मार्च में स्थानीय नागरिकों, अभिभावकों, शिक्षकों और छात्रों ने मिलकर स्कूल यूनिफॉर्म्स, पुस्तक आपूर्ति में एकाधिकार, महंगे शैक्षिक सामग्रियों, NCERT किताबों के मुद्दे और शिक्षकों के शोषण के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की अपील की। मुख्य बिंदु: स्कूल यूनिफॉर्म्स में बार-बार बदलाव और अनावश्यक ब्रांडेड सामान के लिए अभिभावकों पर आर्थिक बोझ। महंगे और स्कूल के लोगो वाले नोटबुक्स की अनिवार्यता और पुस्तक आपूर्ति में एकाधिकार। NCERT किताबों पर छूट और उनकी वापसी न स्वीकारने की नीति पर सवाल। शिक्षकों का शोषण, कम वेतन और अत्यधिक कार्यभार की शिकायतें। GST बिलिंग में पारदर्शिता की कमी, किताबों की महंगी कीमतें और NCERT किताबों की वापसी की नीति में विसंगतियाँ। इस शांति मार्च में एकजुटता और बदलाव की दिशा में कदम बढ़ाने की अपील की गई। आयोजनकर्ताओं का कहना था कि यह सिर्फ हल्द्वानी का मुद्दा नहीं है, बल्कि पूरे देश में शिक्षा व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है। विशेष रूप से NCERT किताबों से जुड़े मुद्दों पर प्रकाश डाला गया। सरकार की 20% छूट के बावजूद आपूर्तिकर्ताओं को 2.5%-12% छूट मिल रही है, जिससे अभिभावकों पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ पड़ रहा है। इसके अलावा खराब या गलत मुद्रित NCERT किताबों की वापसी न स्वीकार करने की नीति ने अभिभावकों और पुस्तक विक्रेताओं के लिए समस्याएँ पैदा की हैं। आगे की कार्यवाही के लिए श्री धर्मेंद्र प्रधान, शिक्षा मंत्री, भारत सरकार, और उत्तराखंड सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की गई। इस संदर्भ में एक ऑनलाइन याचिका भी शुरू की गई है, जिसे जल्द ही संबंधित अधिकारियों तक भेजा जाएगा। #naiinitallive #education #deepchandpandey #nainitallive #haldwani #education #private_school

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